पत्थर का जवाब पत्थर से दिया तो क्या गजब किया, क्या दे सकते हो पत्थर के बदले प्यार?
पत्थर का ज़वाब पत्थर से देना कोई बड़ी बात नहीं।
प्रेम के बदले प्रेम लुटाना कोई बड़ी बात नहीं ।
लाड़ पर लाड़ लगाना कोई बड़ी बात नहीं ।
कोई प्रेम से रहे, उसपर प्रेम लुटाना कोई बड़ी बात नहीं ।
कोई सहजता से समझे, उसे समझाना कोई बड़ी बात नहीं ।
खुशी के माहौल में गलतियां माफ़ करना या खुद की गलतियां ढूंढ पाना कोई बड़ी बात नहीं ।
जब प्रसन्नचित हो हृदय, दुख को सुख कहकर मुस्कुरा देना कोई बड़ी बात नहीं।
जब 100 काम सही हो, तो एक गलत काम पर खुदको ना कोसना कोई बड़ी बात नहीं ।
पर
पर
पर
जब कोई बात बिगड़ जाए,
जब कोई मुश्किल आ जाए,
जब दिल किसी भी कारण टूट जाए,
या यू ही तन्हा हो जाए,
जब कहीं चोट लग जाए,
100 में से 99 काम बिगड़ जाए ,
जब किसी से मन रूठ जाए,
जब दिमाग साथ न दे,
तब
तब
तब
भी जो मुस्कुरा के कह दे,
शुक्रिया, तुमने दिया साथ हमारा,
तुम देना यूंही साथ हमारा,
रहना हमें संभाले इसी तरह ।
दिल जब हमेशा मुस्कुराये,
दिमाग जब दूसरे से पहले खुदकी खता समझ जाए,
लड़ाई से पहले समझाइश हो जाए,
गुस्से की जगह दिल प्रेम से भर जाए,
आंसू की जगह चेहरे पर मुस्कान छा जाए,
तो
कहना,
हम देंगे तुम्हारा साथ सदा।
तुम दो हमारा साथ या नहीं,
हम न छोड़ेंगे हाथ तुम्हारा कभी।
तुम जो दो आंसू या खुशी,
हम बस देंगे तुम्हें अपनी ज़िंदगी।
जब कोई मुश्किल आ जाए,
जब कुछ गड़बड़ हो जाए
हम देंगे प्यार तुम्हें,
खुली रहेंगी हमारी बाहें ,
तुमको थामे,
तुमको संभाले,
तब
तब
चल पाएंगे शून्य की ओर हम कुछ कदम,
कर पाएंगे कुछ अलग,
कुछ थोड़ा बहुत सहयोग।
यही कहलायेगा हमारा जीवन-योग,
जो इस जीवन को बनाएगा एक उपवन-
जहां महकेंगे अनेकों जीव,
खिलेगी प्रकृति,
खिलेगा जीवन,
गाएगा मन,
हे..., नीले गगन के तले, धरती का प्यार पले
ऐसे ही जग में, आती हैं सुबहें
ऐसे ही शाम ढले ...
शबनम के मोती, फूलों पे बिखरे
दोनों की आस फले ...
बलखाती बेलें, मस्ती में खेलें
पेड़ों से मिलके गले ...
नदिया का पानी, दरिया से मिलके
सागर किस ओर चले ...
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